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Toggleवर्ल्डब्रिज समाज कल्याण एवं सामाजिक संस्थान 'आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम'
◉ मात्र 10 दिनों के प्रशिक्षण से जुड़कर स्वयं का व्यवसाय करें स्थापित .
◉ लंबी अवधि के पाठ्यक्रमों में वित्तीय छूट एवं छात्रवृत्ति सुविधा .
◉ कोर्स पूर्ण होने पर नजदीकी क्षेत्र में नौकरी तथा रोजगार की गारंटी .
◉ घरेलु तथा पारिवारिक रूप से व्यवसाय स्थापित करने हेतु वित्तीय मदद .
◉ शासकीय उपयोगिता हेतु सर्टिफाइड प्रशिक्षण प्रमाणपत्र .
आत्मनिर्भर भारत: आत्मसम्मान की दिशा में एक मजबूत कदम
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने एक बार कहा था, “आत्मसम्मान हमेशा आत्मनिर्भरता के साथ आता है।” यह वाक्य न केवल जीवन के मूल्यों को दर्शाता है, बल्कि यह हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है, खासकर उन लोगों के लिए जो बेरोजगारी, आर्थिक तंगी और सामाजिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। WorldBridge समाज कल्याण एवं शिक्षण संस्थान इसी दृष्टिकोण को आत्मसात करते हुए भारत को आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करने का प्रयास कर रहा है। आज हमारे देश में बेरोजगारी एक गंभीर समस्या बन चुकी है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। रोजगार की कमी और उचित अवसरों का अभाव ग्रामीण युवाओं को बड़े शहरों की ओर पलायन करने के लिए मजबूर करता है। परिणामस्वरूप, वे न केवल अपने परिवार और समुदाय से दूर हो जाते हैं, बल्कि कई बार आर्थिक, मानसिक और शारीरिक रूप से भी संघर्ष करते हैं। इसके अलावा, अच्छी पढ़ाई के बावजूद उचित रोजगार का न मिलना एक और बड़ी चुनौती है। यही वजह है कि कई युवा निराश होकर नशे की लत में पड़ जाते हैं या आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं, जो समाज के लिए खतरनाक साबित होता है।
WorldBridge देश के ग्रामीण और छोटे नगरीय निकायों में ऐसे प्रशिक्षण शिविर और कार्यक्रम आयोजित कर रहा है जिनसे लोगों को न केवल रोजगार के अवसर मिल रहे हैं, बल्कि वे आत्मनिर्भर भी बन रहे हैं । गृहणियां, बीच में पढ़ाई छोड़ चुकी बच्चियां, असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे युवा और रोजगार की तलाश में भटक रहे लोग—ये सभी वर्ग समाज के एक महत्वपूर्ण हिस्से हैं, जिन्हें हम सही दिशा और प्रशिक्षण देकर न केवल उनके जीवन को बेहतर बना रहे हैं, बल्कि समाज में भी सकारात्मक योगदान देनेयोग्य बन रहे हैं हैं।
WorldBridge द्वारा आयोजित ये प्रशिक्षण शिविर और कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को विभिन्न स्किल्स सिखाई जाती हैं, जैसे कि टेक्निकल स्किल्स, शैक्षिक स्किल्स, और अन्य व्यवसायिक कौशल, जो उन्हें रोजगार प्राप्त करने में मदद करते हैं। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है, बल्कि उनका आत्मसम्मान भी बढ़ता है। आत्मनिर्भरता का मतलब केवल आर्थिक स्वतंत्रता नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति के संपूर्ण विकास और समाज में उसकी गरिमा को भी बढ़ाता है। जब व्यक्ति अपने पैरों पर खड़ा होता है, तब उसे अपने जीवन और समाज में एक नया आत्मविश्वास महसूस होता है, जो उसे अपराध, नशे और अन्य नकारात्मक गतिविधियों से दूर रखता है।

स्वावलंबन पथ
ग्रामीण समुदायों में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए युवा विशेष आवश्यक जीवन-कौशल

- एलईडी लाइट असेंबली और निर्माण
- रेफ्रीजरेशन और एयर कंडीशनिंग रिपेयर
- बढ़ईगिरी (कारपेंटरी)
- प्लंबिंग और सैनिटेशन
- मोटर वाइंडिंग मैकेनिक्स
- ऑटोमोबाइल मैकेनिक्स
- इलेक्ट्रिकल रिपेयर और मेंटेनेंस
- सोलर पैनल टेक्निशियन प्रशिक्षण
- इलेक्ट्रिक वाहन (EV) तकनीशियन प्रशिक्षण

रोज़गार संजीवनी
महिलाओं और युवतियों को रोजगार के लिए तैयार करने वाले कौशल विकास कार्यक्रम।

- मेंहदी और ब्यूटी पार्लर कौशल
- दुल्हन मेकअप / मेकअप आर्टिस्ट
- सिलाई और कढ़ाई प्रशिक्षण
- हस्तशिल्प और कुटीर उद्योग प्रशिक्षण
- गोबर से हस्तशिल्प और उत्पाद निर्माण
- कागज से सजावटी उत्पाद निर्माण
- डेयरी और दूध प्रसंस्करण (प्रोसेसिंग)
- साबुन और अगरबत्ती निर्माण
- एलईडी लाइट असेंबली और निर्माण




रोजगार प्रेरणा
जल्दी परिणाम देने वाले रोजगारपरक प्रशिक्षण के माध्यम से नौकरी की संभावनाओं को बढ़ावा देना।

- टेलरिंग और फैशन डिजाइनिंग
- डिजिटल & सोशल मीडिया मार्केटिंग
- मोबाइल रिपेयरिंग
- सिक्योरिटी सर्विसेज
- रिटेल दुकानें (किराना, स्टेशनरी, कॉस्मेटिक्स)
- ग्राफिक डिजाइनिंग और वेब डिजाइनिंग
- डाटा एंट्री और कंप्यूटर ऑपरेटर
- मॉर्डन ऑफिस मैनेजमेंट
- भवन एवं अन्य निर्माण कार्य सुपरविजन
- ग्राहक सेवा सेंटर संचालक
